(SANSAD TV) Mudda AapKa: India’s Doping Crisis | 27 July, 202


राष्ट्रमंडल खेल कल यानि 28 जुलाई से बर्मिंघम में शुरू हो रहे है। 8 अगस्त तक बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भारतीय दल जहां एक तरफ तैयारियों में जुटा है, वहीं दूसरी तरफ डोपिंग के कारण टीम की चिंता लगातार बढ़ती जा रही हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले भारत के कुछ खिलाड़ी डोपिंग के मामलों में फंसे हैं।एक हफ्ते से भी कम वक्त पहले एस. धनलक्ष्मी और ऐश्वर्या बाबू को डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया था। वहीं अब एक और एथलीट का प्रतिबंधित ड्रग के लिए पॉजिटिव पाए जाने के बाद भारतीय टीम से बाहर किया जाना लगभग तय हो गया है। डोपिंग के इस हालिया नतीजे के बाद महिला 4×100 मीटर रिले टीम में सिर्फ चार सदस्य बची हैं। अगर बाकी बची चार सदस्यों में से कोई चोटिल होता है तो अन्य ट्रैक स्पर्धाओं से किसी को उतारा जा सकता है लेकिन ऐसी स्थिति में टीम का प्रदर्शन प्रभावित होगा। शुरुआत में 37 सदस्यीय भारतीय एथलेटिक्स टीम में दुती चंद, हिमा दास, श्रावणी नंदा, एनएस सिमी, एस धनलक्ष्मी और एमवी जिल्ना को चुना गया था। लेकिन सिर्फ ३६ खिलाड़ियों का कोटा मिलने के बाद जिल्ना को टीम से हटा दिया गया पर धनलक्ष्मी के डोप परीक्षण में विफल रहने पर जिल्ना को टीम में शामिल किया गया। भारत के कुल 215 खिलाड़ी 19 खेलों की 141 स्पर्धाओं के लिए चुने गए थे। वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी की हालिया रिपोर्ट में डोपिंग के मामले में भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले भारत को डोपिंग से लड़ाई लड़नी पड़ रही है। भारत में खेलों को डोप मुक्त बनाने के लिये सरकार मॉनसून सत्र में ही राष्ट्रीय एंटी-डोपिंग बिल, 2021 पास कराने की कोशिश में हैं। मुद्दा आपका में आज बात खेलों में गहराते डोपिंग के साये और समस्या की.. साथ ही चर्चा में जानेंगे इसके समाधान की दिशा में उठाए रहे कदमों.. प्रयासों और चुनौतियों की।

Guests:
1-P. T. Usha, MP Rajya Sabha/ Former Indian Athlete
2-Dr PSM Chandran, Member, Anti Doping Panel, NADA
3-Rakesh Thapliyal, Sports Journalist

Anchor: Preeti Singh
Producer:- Pardeep Kumar
Assistant Producer:- Surender Sharma