(SANSAD TV) Mudda Aapka: Domestic Violence | 17 March, 2022


महिलाओं की सुरक्षा के लिए तमाम कानून खासकर सख्त घरेलू हिंसा कानून- 2005 होने के बावजूद देश में हर तीन महिलाओं में से एक महिला घरेलू हिंसा की शिकार हैं। घरों में होने वाली इस तरह की हिंसा के अधिकतर मामलों में रिपोर्ट नहीं होती। इसकी वजह महिला का आर्थिक रूप से पति या परिवार पर निर्भर होना है। वहीं घरेलू हिंसा मामलों के बारे में अनभिज्ञता होना भी इसका एक बड़ा कारण है। यह बात विधि स्पीक्स के सर्वे में सामने आई है जिसमें ‘एनसीआरबी’ और ‘नेशनल फैमिली हेल्थ रिपोर्ट’ के आंकड़ों को आधार बनाया गया है। इसकी वजह महिलाओं से जुड़े अपराधों में दंड नहीं मिलना भी एक कारण है। महिलाओं के खिलाफ अपराधों में दंड दिए जाने की दर महज 23.7 फीसदी है। वहीं इस तरह के मामलों के लंबित होने का प्रतिशत 91.2 है। इसका कारण विशेष अदालतों की कमी, पुलिस जांच में ढिलाई, गवाहों का सामने नहीं आना, समाज का नकारात्मक रुख और अदालतों का दूर होना है। इसके विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे।

Guests:
1. Dr. Rajulben L Desai, Former Member, NCW
2. Geeta Sorot, Sarpanch Gram Panchayat Janachouli, Palwal, Haryana
3. Kanika Arora, Legal Expert on Women’s Right

Anchor: Kavindra Sachan
Producer: Pardeep Kumar, Sagheer Ahmad