(SANSAD TV) Mudda Aapka: Boosting The Domestic Defence Industry | रक्षा क्षेत्र-नयी रफ्तार | 18 February, 2022


मुद्दा आपका में आज बात भारत के रक्षा क्षेत्र और इस दिशा में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदमों और चुनौतियों की… इस बार रक्षा बजट में पिछली बार से 1.35 लाख करोड़ रुपये अधिक का प्रावधान किया है यानी पिछले रक्षा बजट से 19 फ़ीसदी ज्यादा। पूंजीगत व्यय के लिए कुल 1 लाख,52 हजार करोड़ रुपये अलग रखे गए हैं जिसमें नए हथियार, विमान, युद्धपोत और अन्य सैन्य उपकरणों की खरीदी शामिल है.यह पिछले साल से करीब 12 फीसदी अधिक है. रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की तैयारी के मद्देनजर 68% राशि घरेलू उद्योगों को आवंटित किए गए है। यानि 68 फीसदी रक्षा उपकरण देश में खरीदे जाएंगे जिससे आयात पर निर्भरता कम हो और हम खुद अपनी रक्षा जरूरते पूरी कर सके। निजी उद्योग के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास बजट का 25% अलग रखने का प्रावधान है। अगर बाकी देशों के मुकाबले बात की जाए तो रक्षा बजट आवंटन में भारत दुनिया में पांचवें नंबर पर है। अमेरिका, चीन, रूस और सउदी अरब के बाद भारत का नंबर आता है। आखिर रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में हम किस रफ्तार से आगे बढ़ रहे है। खासकर इस बार का बजट का रक्षा मामलों पर क्या असर पड़ने जा रहा है। क्या उम्मीदें और रोडमैप हमारे सामने है। और साथ ही कौन से ऐसे चैलेंजेज जिनपर अभी ध्यान देने की जरूरत है।

Guests:
1. Baba Kalyani, Chairman & Managing Director, Bharat Forge
2. Jayant Patil, Director & Senior Executive VP (Defence & Smart Technologies), L&T
3. Arvind Gupta, Director, VIF